IFFCO : अब किसानों की बढ़ेगी आय, आईएफएफसीओ को मिलेगे एग्रीकल्चर ड्रोन

IFFCO अब देश के किसानों की आय बढ़ाने वाली है क्योंकि IFFCO को बहुत जल्द एग्रीकल्चर ड्रोन की डिलीवरी करने का ऐलान हो चुका है। इससे किसानों को कीटनाशकों को नष्ट और खेत में छिड़काव करने में मदद मिलेगी।

किसानों की परेशानी केवल बे मौसम बरसात ही नहीं बल्कि और भी बहुत चीज हैं जिस वजह से किसान दुखी रहते हैं। सरकार ने उठा लिया है कि किसानों की फसल की अच्छी उपज के लिए उनकी हर संभव करें मदद करेंगे।

इसीलिए किसान भाइयों की मदद और खेतों की अच्छी उपज के लिए सरकार एग्रीकल्चर ड्रोन देने जा रही है। खेतों से कीटनाशक को नष्ट करने और फसलों में छिड़काव के लिए इस ड्रोन का उपयोग किया जाएगा।

बता दे चलें कि 400 एग्रीकल्चर ड्रोन देने का फैसला लिया गया था। जिसमें से अब बहुत जल्द किसानों के लिए कुछ ड्रोन उपलब्ध करवाए जाएंगे।

यह ड्रोन किसानों के लिए काफी मददगार होंगे । इससे फसलों का रखरखाव छिड़काव और समय को कम करने में मदद करेंगे। एग्रीकल्चर ड्रोन फसलों के उत्पादन को बढ़ाने और किसानों


को मुनाफा देने के मकसद से बनाए गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दिसंबर के आखिर तक इन ड्रोन की डिलीवरी हो जाएगी।

कहां पर शुरू हुई यह सुविधा

आपको बता दें कि ड्रोन की सुविधा फिलहाल महाराष्ट्र सरकार शुरू करने जा रही है। वहां के किसानों को सुविधा देने के लिए यह कदम उठाया गया है।

इसके बाद ही आंध्र प्रदेश और तेलंगाना, गुजरात जैसे राज्यों में एग्रीकल्चर ड्रोन सर्विसेज मुहैया करवाई जाएगी।

ड्रोन की मदद से अगर खेतों में छिड़काव और रखरखाव किया जाएगा तो इससे किसानों की लागत भी कम होगी या नहीं कि वह आधी हो जाएगी। इसे फसलों के उपज भी अच्छी होगी।

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400 ड्रोन के लिए दिए 42 करोड़

जानकारी मुताबिक ड्रोन निर्माता कंपनी पारस एयरोस्पेस को 400 ड्रोन बनाने के लिए IFFCO ने टोटल 42 करोड रुपए दिए हैं। साल 2024 में होने वाले फसलों की बुवाई और छिड़काव को ध्यान में रखकर ही पारस कंपनी ने ड्रोन तैयार किए हैं।

बताया जा रहा है कि दिसंबर के मध्य तक ड्रोन की डिलीवरी हो जाएगी। यानि की आने वाले साल में किसानों की खेती और भी सुखद होने वाली है। इस एग्रीकल्चर ड्रोन को स्वदेशी तकनीक से तैयार किया जा रहा है।

किसान भाई बेसब्री से इस एग्रीकल्चर ड्रोन की डिलीवरी होने का इंतजार करने लग गए हैं।